महाराज जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामनरेशाचार्य जी महाराज इस बार पावन नगरी हरिद्वार में विराजेंगे. निर्माणाधीन राम मंदिर परिसर वा उसके निकट ही चातुर्मास का आयोजन होगा. 22 जुलाई को इसका शुभारंभ होगा. इस काल में अनेक प्रकार के धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम होंगे. जल्द ही आप सभी को विस्तृत कार्यक्रम की सूचना प्रदान की जायेगी. गत वर्ष तीर्थ राज प्रयाग में चातुर्मास आयोजित हुआ था, वर्ष 2011 में इंदौर में और वर्ष 2010 में सूरत और 2009 में जयपुर में. महाराज के चातुर्मास अतुलनीय होते हैं. धार्मिक चर्चा के साथ साथ आज के आधुनिक प्रासंगिक विषयों पर भी खूब चर्चा होती है और राम भक्ति की रसधारा निरंतर प्रवाहित होती रह्ती है. महाराज के द्वार सबके लिए खुले रहते हैं, रामानंद संप्रदाय का एक तरह से यही ध्येय वाक्य है - जात पाँत पूछे नहीं कोई हरि को भजे सो हरि का होई.